मैनपुर। तहसील मुख्यालय मैनपुर के अंतर्गत आने वाले अधिकतर राजस्व भूमि स्वामी किसानों की जमीन वनांचल क्षेत्र ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों से घिरे हुए हैं।
जून जुलाई से मैनपुर क्षेत्र की सभी किसान खेतों में खरीफ की फसल खर्री (सुखा) बोनी एवं लाई बोनी पद्धति से कर चुके हैं परंतु धान एवं मक्के की खड़ी फसल में आवारा पशु awara pashu (गाय-बैल) किसानों की खड़ी फसल को चट कर नुकसान पहुंचा रही है।पिछले तीन-चार वर्षो से क्षेत्र में आवारा पशुओं (awara pashu) की संख्या बढ़ती जा रही है क्षेत्र के किसान टिकरा जमीन पर उड़द की खेती करते थे जो कि आज की स्थिति में दलहनी तिलहनी की खेती करना छोड़ते जा रहे हैं।
कांजी हाउस होने के बावजूद भी वनांचल क्षेत्र होने के कारण किसान उन आवारा पशुओं को पकड़ने में नाकाम हुए हैं क्योंकि जैसे ही पशुओं को पकड़ने की कोशिश की जाती है परंतु घने जंगल में जाकर पशु छिप जाते हैं। किसान नुकसान झेलने को मजबुर हैं।
Tar ghera lgao
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